पिछले जन्मों को जानने की विधि

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लाल सिंह

Abstract

जनà¥à¤® वासà¥à¤¤à¤µ में है कà¥à¤¯à¤¾, कà¥à¤¯à¤¾ यह à¤à¤• पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ है जो चलती ही रहती है, जनà¥à¤® के बाद फिर जनà¥à¤® आते ही रहते हैं। पिछले जनà¥à¤®à¥‹à¤‚ के इतिहास को जानना वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ के लिठबहà¥à¤¤ ही आवशà¥à¤¯à¤• है कà¥à¤¯à¥‚ंकि अगर कोई घटना इस जनà¥à¤® में हà¥à¤ˆ है तो उसका कारण कà¥à¤¯à¤¾ है, à¤à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ राजा और दूसरा रंक कà¥à¤¯à¥‚ठहोता है, कहीं à¤à¤¸à¤¾ तो नहीं की इतिहासकार केवल पदारà¥à¤¥ तक ही इतिहास को समà¤à¤¨à¥‡ में कामयाब हà¥à¤ और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने इसके आगे विचार ही नहीं किया की इतिहास पदारà¥à¤¥ से आगे भी हो सकता है। इतिहासकारों को अब इतिहास लिखने के लिठà¤à¤• नयी सरà¥à¤µà¥‹à¤šà¥à¤š कला को जनà¥à¤® देना होगा। इतिहास केवल à¤à¤• जनà¥à¤® तक ही सिमित नहीं होना चाहिठबलà¥à¤•à¤¿ सभी जनà¥à¤®à¥‹à¤‚ की जानकारी à¤à¤•à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¤ करना और उसके आधार पर वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ जनà¥à¤® का विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£ होना चाहिà¤à¥¤ यह पूरी की पूरी शोध पिछले जनà¥à¤®à¥‹à¤‚ को जानने की विधि तथा उसके शाकà¥à¤·à¥‹à¤‚ पर आधारित है, इसका लाभ सभी वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤“ं तथा समाज को मिलेगा, जब वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ अपने पिछले जनà¥à¤®à¥‹à¤‚ के सभी शाकà¥à¤·à¥‹à¤‚ को जान लेगा तो उसका वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ जीवन सही दिशा की और अगà¥à¤°à¤¸à¤° होगा।

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