मैतà¥à¤°à¥‡à¤¯à¥€ पà¥à¤·à¥à¤ªà¤¾ के उपनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥‹à¤‚ में पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¥‹à¤§ का सà¥à¤µà¤°: चाक और à¤à¥‚लानट के संदरà¥à¤ में
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Abstract
जकडी हà¥à¤ˆ नारी अपनी जंजीरों को तोडकर आगे बढ़ने की ताकत पाना उसकी असà¥à¤®à¤¿à¤¤à¤¾ का पहचान है। असà¥à¤®à¤¿à¤¤à¤¾à¤¬à¥‹à¤§ से जानेवाली नारी की पहली बाधा परिवार की मानसिकता है जो वहाठजीत होकर चलती है तो समाज की नज़र उसपर पडी है। à¤à¤¸à¥‡ चलनेवाली विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ मायनों से आयी हà¥à¤ˆ नारियों की लंबी कतार मैतà¥à¤°à¥‡à¤¯à¥€ की रचनाओं में दृषà¥à¤Ÿà¤µà¥à¤¯ है। समसामयिक हिंदी महिला लेखिकाओं में मैतà¥à¤°à¥‡à¤¯à¥€ पà¥à¤·à¥à¤ªà¤¾ का सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ मौलिक है। à¤à¥‹à¤—े हà¥à¤ यथारà¥à¤¥ का सपाट बयान करनेवाले समकालीन सृजकों में मैतà¥à¤°à¥‡à¤¯à¥€ की रचनाà¤à¤ अपने अनà¥à¤à¤µà¥‹à¤‚ से निसृत है। उनमें अà¤à¤¿à¤µà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ ज़िनà¥à¤¦à¤—ी के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ पहलà¥à¤à¤ य़थारà¥à¤¥ हैं बलà¥à¤•à¤¿ परंपरागत à¤à¤µà¤‚ रूढमूल विचारधारा के विरà¥à¤¦à¥à¤§ होते हैं ।